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Image source: DesignBoom |
राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल (Rajkumari Ratnavati Girls School), एक ऐसा स्कूल जो कि रेगिस्तान के बीचों बीच स्थित है। राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल राजस्थान के जैसलमेर में स्थित हैं।
इस स्कूल का निर्माण हुआ है yellow sandstone से
राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल पीले बलुआ पत्थर ( yellow sandstone) से बना है, और सबसे खास बात यह है कि इस में कोई भी A.C. का इस्तेमाल नहीं हुआ हैं। इस स्कूल को इस तरह से डिज़ाइन किया गया हैं कि इसमें हमेशा ठंडक रहे। और जिस जगह पर यह बिल्डिंग हैं , वहाँ पर 50℃ तक तापमान रहता हैं। यह स्कूल दुनियाभर से तारीफें बटोर रहा है। भारत का इस तरह का पहला स्कूल हैं।
इस प्रोजेक्ट की शुरुआत CITTA फाउंडेशन ने की थी, जो कि एक a non-profit organisation हैं। जिसके तहत लड़कियों को शिक्षा दी जाती है, साथ ही महिलाओं को रोजगार की स्किल्स सिखाई जाती हैं। रेगिस्तान के बीचों बीच बसा ये स्कूल 22 बीघा जमीन में फैला है।
जिस जमीन पर यह स्कूल बनी है उसे मानवेंद्र सिंह शेखावत ने दान की हैं। मानवेंद्र सिंह शेखावत सूर्यग्रह पैलेस होटल के मालिक है। जो CITTA फाउंडेशन इंडिया से निदेशक के तौर पर जुड़े थे।
यह स्कूल Oval shape की हैं। इसे ज्ञान केंद्र के नाम से भी जाना जाता हैं। स्कूल में 400 लड़कियां पढ़ सकती हैं और इसे किंडरगार्डन से लेकर कक्षा 10वीं तक की शिक्षा देने के लिए निर्मित किया गया है। स्कूल को आर्किटेक्ट डायना केलौग ने डिजाइन किया है।
यहां की छात्राएं जो ड्रेस पहनती हैं, उसे मशहूर डिजाइनर साब्यसाची मुखर्जी ने डिजाइन किया हैं।
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